Last updated on October 7th, 2024 at 12:17 pm
धार्मिक मंच पे बोलना हो तो बात अलग हो जाती है, वहा का माहौल अलग होता है, और आपका बोलने का ढंग भी वहा पर आपको बदलना पड़ता है |
आप हमेशा जो मंच संचालन करते है उसमे और भजन संध्या के प्रोग्राम में बहुत अंतर होता है, यहाँ पर आपको विशेष ध्यान रखना होता है, कही कोई चूक न हो जाए, क्योकि प्रश्न यहाँ पर आस्था का होता है, विश्वाश का होता है, तो आपको भी मर्यादित रहना पड़ता है, आपकी बातो से अध्यात्म झलकना चाहिए |
Bhakti sandhaya me anchoring kaise kare
प्रिय सभी भक्तों को जय श्री राम या जय श्री कृष्ण या आप जो भी भगवान की भजन संध्या हो उनका नाम ले सकते है। फिर आप कह सकते है की, आप सभी भक्तजनो का भजन संध्या में स्वागत हैं।
यह एक अनुभव है जहां हम सभी मिलकर दिव्यता के साथ भगवान को याद करते हैं। आज हम सभी एकता और प्रेम की भावना के साथ इस संध्या का आयोजन कर रहे हैं। और हमें ख़ुशी है की आप सब यहाँ पर पधारे है|
नसीबो में होता है तब, ये घडी आती है
प्रभु से मिलन की तब, ये कड़ी आती है
और आज वो ही घडी हमें मिली ये हमारा सौभाग्य है, भगवान की कृपा से हमारे जीवन में आनंद, शांति और समृद्धि की बरसात होती है। इस भजन संध्या में हम सभी मिलकर अपने मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध करते हैं, और भगवान के प्रति अपनी प्रेम भावना को व्यक्त करते हैं।
आइए, हम सभी मिलकर एक साथ भजनों का आनंद लें, भक्ति की ऊर्जा को अपने अंतर में बसाएं, और इस संध्या को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बनाएं। भगवान हमारे साथ हमेशा रहते हैं और हमेशा हमारी सुनते हैं।
प्रभु तेरी भक्ति की मुझमें, थोड़ी आस जगा देना
कर बैठु कुछ भूल अगर, उसको तुम भुला देना
ऐसी प्रार्थना के साथ आइए आनंद लेते है भजनो का, और फिर आप कार्यक्रम की प्रस्तुतिया प्रस्तुत कर सकते है की अब आपके सामने आ रहे है एक नए भजन को लेकर ये कलाकार, आप उनका नाम ले सकते है
इस संध्या में भजनों के माध्यम से हम भगवान की स्तुति करते हैं, उनके गुणों को याद करते हैं और उनके चरणों में अपना मन और समर्पण स्थानित करते हैं। इससे हमारी आत्मा को सुकून और शक्ति मिलती है और हम अपने जीवन को धार्मिक और अर्थपूर्ण बना सकते हैं।
इस संध्या को सफल बनाने के लिए आप सभी से एक विनती है – संध्या में अपनी पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ भाग लें, अपने मन को खाली करें और भगवान की आराधना में खो जाएं। आइए, हम सभी मिलकर इस दिव्य संध्या को यादगार और प्रभावशाली बनाएं।
धन्यवाद, और भगवान आप सभी को आशीर्वाद दें।
Bhakti sandhya anchoring video
धार्मिक मंच संचालन कैसे करें
दोस्तों आप भी किसी धार्मिक जगह पर मंच संचालन करना चाहते है तो आप इसे पूरा पढ़े और इसमें से जो पॉइंट आपको अपने काम के लगे उन्हें मंच संचालन में जरुर इस्तेमाल करें.
सबसे पहले जब आप मंच पर जाए तो जो भी किसी देवी देवता का जागरण हो रहा हो उनकी जय जयकार करें. और श्रोताओ को भी बोले की आप भी जयकारा लगाए क्योकि
जो दिल से लगाता है जयकारा
उसका दुःख हरते है प्रभु सारा
और जो न बोले हरी का नाम कभी
वो कैसे हो सकता है उनका प्यारा
तो कंजूसी मत कीजिये और दिल खोल कर दोनों हाथ उठाकर बोलिए जय जय (जो भी देव हो उनका नाम ) श्री जी की, और अब आप जब यहाँ आ गए है तो दुनियादारी के सारे टेंशन भूल जाइए और सौंप दीजिये अपने आप को इश्वर के चरणों में, ये वो दरबार हैं जहाँ पर बिन मांगे सब मिलता हैं, आज का ये कार्यक्रम इतना शानदार हो रहा है क्योकि आप लोग दिल से जुड़े हैं.
कहते हैं की जो मन से जुड़े
उसकी मनोकामना पूरी होती हैं
और जो जुड़ जाता है दिल से
उसकी हर ख्वाहिश पूरी होती हैं
तो हम दिल से दिल मिलाने की और प्रभु को रिझाने की बात करेंगे और आज प्रभु के इस भक्ति प्रेम में इस कदर डूब जाएंगे की हमें और कुछ याद रखने की जरुरत नहीं हो, बाकी सब वो खुद देख लेगा जिसके चरणों में हम आए है.
और अब आगे की कुछ झलक दे दूँ की आज की इस रात को जगमगाने के लिए हमारे बिच ऐसे कलाकार मौजूद हैं जो अपने नृत्य से आपका दिल जित लेंगे और आज के मशहूर गायक जो भजनों की दुनियां का सितारा हैं वो आपको अपनी जादुई आवाज में ऐसे भजन सुनायेंगे की आप भाव विभोर हो जाओगे, साथ ही हमारे गणमान्य अतिथि जो यहाँ अभी अभी पधारे हैं उनको भी सुनेंगे तो सबसे पहले तो हमारे माननीय अतिथि महोदय का जोरदार तालियों से स्वागत करें.
धार्मिक मंच संचालन शायरी
होती है ईश्वर कृपा तो नूर बरसता हैं
वरना दाने दाने को इंसान तरसता हैं
ये उसकी कृपा है के हम यहाँ बैठे है
ये पल किस्मत वालो को मिलता हैं