कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म की स्थापना का प्रतीक है

कृष्ण का जन्म मथुरा में कंस के कारागार में हुआ, जहां उन्होंने अपने मामा कंस का अंत कर धर्म की स्थापना की

कृष्ण की बाल लीलाओं में माखन चुराना, गोपियों संग रास रचाना और कालिया नाग का मर्दन प्रमुख हैं।

इस दिन व्रत रखकर, माखन-मिश्री का भोग लगाकर, रात 12 बजे भगवान कृष्ण की मूर्ति का अभिषेक और पूजन किया जाता है।

कृष्ण जन्माष्टमी पर दही हांडी उत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें कान्हा की टोली मटकी फोड़कर माखन का आनंद लेती है।

भजन, कीर्तन और कृष्ण भक्ति के गीत इस दिन का मुख्य आकर्षण होते हैं, जो भक्तों को कान्हा की लीलाओं से जोड़ते हैं।

आइए, इस कृष्ण जन्माष्टमी पर हम सब भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएं और उनके आशीर्वाद से जीवन को संवारें।