Last updated on July 8th, 2024 at 11:39 am
भारत धरती का एक टुकड़ा नहीं देवभूमि है, ये वो धरती है जहाँ जन्म लेने के लिए इंसान तो क्या भगवान भी लालायित रहते है, ये वीरो की भूमि है, ये शौर्य, ताकत, विद्या और परोपकार की भूमि है, हमें इस धरा पर जन्म मिला ये हमारा सौभाग्य है.
आज का ये दिन सर्वोत्तम है क्योकि आज भारत की आजादी का आगाज हुआ और भारतीय एकता और अखंडता को मजबूती मिली, आज उन वीर योद्धाओ को समर्पित ये दिन, उन्हें याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का भी है.
विद्वान कहते है की जिस देश में एकता और एकजुटता न हो, वहां पर कभी चैन नहीं मिल सकता, और जब जब भी देश पर संकट आया है, भारत भूमि के नागरिको ने मिलकर उसका मुकाबला किया, चाहे वो आर्थिक संकट हो, महामारी हो लेकिन, हर किसी ने बिना जात धर्म और उंच नीच के, अपनेपन और भाईचारे का उदाहरण पेश किया, और यही भारत और भारतीयों को महान बनाता है.
मुझे फक्र होता है खुद को हिंदुस्तानी कहते हुए, हम उस भूमि की गोद और माँ भारती के आँचल तले पले है, जहाँ स्वर्ग भी फीका लगता है,
माँ तेरे आँचल की छाँव, ममता जिसमे बेशुमार
तरसते है लोग जिसे, हमें मिला है वो तेरा प्यार
एक बार सभी स्वतंत्रता सैनानियों और शहीदों को नमन करते हुए, अपना स्थान ग्रहण करूँगा, जय हिंद।
महकती है खुश्बूं इसमें, मिट्टी नहीं ये चन्दन है
हे माँ भारती तेरे चरणों में, नित नित वन्दन है
है कौन ऐसा इस जग में, जो तेरी कोई होड़ करे
तू है पावन तू है सुन्दर, तू काशी तू मथुरा तू वृन्दावन है
देश के सभी नागरिको और मित्रो को आज के दिन की हार्दिक बधाई देते हुए, आज के दिन का आगाज करते है की,
चलो उठो निर्भय बनो, सत्य पथ पे चले चलो
तुम ही शेर हो भारत के, बिना डरे आगे बढ़ो
है कौन ऐसा जो तुम्हारे, मन को विचलित करे
उखाड़ फेंको जड़ से उसे, जो तुम्हे भयभीत करे
कभी धरो नरसिंघ रूप, कभी तुम महाकाल बनो
काँप जाए रूह जरा(शरीर), तुम ऐसा प्रलय करो
हिन्द के हो तुम सपूत, तनिक नहीं घबराना तुम
करने विनाश दुष्टो का, खेमे में घुस जाना तुम
है हाथ सर पे जब तेरे, माँ भारती का वर मिला
शक्ति है देवदूत की, कल्याण कर तू कर भला
ले उन्हें तू साथ में, जो बने बल तेरा
ऊगा भानु तू नए, रोशन बने कल तेरा
ऐसे ही वीर रस से भरी दहाडो से गूंजता है हिंदुस्तान, और उतने ही प्रेम से पुकारता है हिंदुस्तान, मेरे प्यारे दोस्तों आज का दिन कभी धूमिल न हो, गगन में तिरंगा फहराता रहे, और ये देश विश्वगुरु हो, इसी कामना के साथ, विराम लूंगा.
जय हिन्द।