मसले बहुत थे मगर निभा गए
फूल गुलशन में खिला गए
बाबा साहेब का नाम रहे याद
प्यारा सा संविधान बना गए
विविधता और एकता को संरक्षित व अधिकारों की बात करता हुआ ये संविधान, जो दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है
2 साल 11 महीने और 18 दिन में लिखा गया ये संविधान, डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिभा को दिखाता है, जिसमे न्याय, स्वतंत्रता और समानता एवं बंधुत्व जैसे मूल सिद्धांतो पर जोर दिया गया है.
भारत का संविधान प्यारा, जिसका हर बोल हीरा है
भाईचारे और एकता का, ये अनमोल नगीना है
न छोटे काले गोरे का भेद, न अन्याय की बात है
एक बराबर हक़ सभी का, प्रेम प्यार से जीना है
अपने अधिकारों का पालन और अपने अधिकारों का उपयोग करना हमें सीखना होगा, आज भारत में ऐसे कई लोग है जो संविधान के बारे में नहीं जानते, उन्हें जागरूक करना होगा, और अपने कर्तव्यों के पालन के लिए प्रोत्साहित करना होगा.
वक्त बदल चूका है नया जमाना आ गया है, अब हमें और भी विकसित होना होगा, दुनिया से कदम मिलाना होगा, और ये तभी संभव है जब हम आप जागरूक होंगे, देश के हित में काम करते हुए आगे बढा जाए तो मंजिल दूर नहीं है, बस लगन और इरादों में जान होनी चाहिए.
मुझे आशा है की आप अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और देश के विकास में भागीदार बनेंगे, धन्यवाद.
गणतंत्र दिवस पर भाषण
दोस्तों इस गणतंत्र दिवस पर अपने भाषण में ये शायरी जरुर बोले, आपके भाषण को पंख लग जाएंगे की
तिलक लगाके माथे पर, जो मैदां में उतरते है
सर कटवाने से वो बंदे, तनिक नहीं घबराते है
बात हिंद की जो आए, माँ की कसम उठाते है
चीर सीना गद्दारों का, देश की आन बचाते है
दोस्तों, ये भारत की सेना जिसे हम सलाम करते है, और शायद सबसे ज्यादा सम्मान देते है, .
लहरा के परचम गली गली में, वो दीवाने निकल पड़े
आँच न आए आँचल पर, वो माँ के लाडले निकल पड़े
छोड़ी छाती तनी भृकुटी, माथे पे कोई शिकन नहीं
आजादी के हवन कुंड में, देने आहुति निकल पड़े
ये ही तो है जिनकी वजह से हम अपने घरो में सुरक्षित महसूस करते है, ऐसा ही एक दौर तब भी था जब देश संकट में था, गुलाम था और तब इन्ही के जैसे वीर शेरो ने देश के लिए कार्य किए थे
जब तक कतरा एक खू का, बदन में मेरे बाकी है
माँओ से कह गए वो बेटे, तेरा दूध नहीं शर्मिंदा है
तब तक लड़ता मैं रहूँगा, जब तक दुश्मन न हारे
बहनो से वादा कर गए वो, भाई तुम्हारा जिंदा हैं
Beautiful Anchoring Script for Fear of Speaking on Stage
अपने भाषण को दमदार बनाना चाहते हो तो एक बात याद रखना की रटने से कुछ नहीं होता, रटना छोड़ दो, जो रट के बोलते है उनके भाषण में दम नहीं होता, क्योकि वो सिर्फ बोलते है एक मशीन की तरह, उनमे कोई भाव नहीं होता, और जिस चीज में भाव नहीं होता, वहा अभाव होता है, और अभाव का मतलब होता है की बात दिल से नहीं निकली, सिर्फ बोली गई है, और बोलने पे कौन यकीन करता है.
आज का दौर अलग है, वक्त बदल चूका है और इस बदले हुए वक्त में अगर आपने खुद को नहीं बदला तो आपका पतन निश्चित है इसलिए दुसरे की देखादेखी मत करो और बात वो बोलो जो दिल से निकली हो, तो वो लोगो के दिलो तक पहुचेगी.
दोस्तों, आज का हमारा टॉपिक है की मंच पर भाषण कैसे दें, स्टेज पर एंकरिंग कैसे करें, तो इसमें कोई राकेट साइंस नहीं है, बस स्टेज पर बोलना मतलब अपनी बात लोगो तक पहुचाना भर होता है, और इसमें कोई याद करके बोलना या रट रट के बोलना जैसे मुद्दे नहीं होते है, आपको जब भी बोलना हो तो खुले दिल से बिलकुल आराम से बोले जैसे की आप अपने घर में बोलते है, या अपने दोस्तों के साथ बोलते है, हाँ ये कहना जितना आसान है करना थोडा मुश्किल हो सकता है, क्योकि घर में तो सब अपने होते है, दोस्तों के बिच बोलना इसलिए आसान होता है क्योकि वो तो पहचान के होते है लेकिन यहाँ पर तो सब अनजान है और, यही तो सबसे बड़ी मुश्किल होती है.
आप इसलिए नहीं घबराते की आपको बोलना नहीं आता, बल्कि इसलिए घबराते है की जहाँ बोलना है वो लोग आपके लिए अनजान है और वही से सारी गड़बड़ शुरू हो जाती है, इसलिए जब आप स्टेज पर बोलने जाए तो हमेशा ये सोचे के जो लोग आपके लिए अनजान है उनके लिए आप भी तो अनजान है, वो आपको नहीं जानते, और वो आपको नहीं जानते तो घबराना कैसा.
ये तो आपके लिए प्लस पॉइंट हो गया की आपको वहां बोलने का मौका मिल रहा है जहाँ आपको कोई नहीं जानता, अगर कोई गलती हो भी गई तो कौनसे वो लोग आपको याद रखने वाले है, लेकिन अगर आपने कोई अच्छी बात कह दी और वो बात उनके दिलो तक पहुच गई तो शायद वो आपको याद रखेंगे.
डर कभी सामने नहीं होता, वो सिर्फ हमारे मन में होता है, हम ही है वो जो रस्सी को साँप बना लेते है और खुद ही डरते रहते है, लेकिन सही मायने में आप कैसा बोल रहे है इससे लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर आपने कोई मिस्टेक कर भी दी तो उसे सुधारने के हजारो तारीके मौजूद है, जैसे ही आपसे कोई गलती हो तो आप वहा पर कोई शायरी बोल ले, या ताली बजाने को कह दे, या आप कोई चीज भूल गए हो तो, आप कह सकते है की हर जगह हर बात याद कैसे रखी जा सकती है, आज का प्रोग्राम ही इतना भव्य और आलिशान है की इसकी हर बात याद रखना असंभव है, तो मैं प्रोग्राम गाइड से आपको बताता हूँ की आगे क्या होगा, इस तरह से आप अपनी बात रख सकते है.
आपके अन्दर का हुनर ही आपको छोटा या बड़ा बनाता है, आपने सोच लिया की नहीं होगा तो फिर नहीं होगा, क्योकि बाहर की ताकत कितना भी आपको पुश करे, जब तक आपके मन के अंदर का डर आप नहीं निकालोगे तब तक आप आगे नहीं जा सकते, कोई कितना भी कह ले की खाना अच्चा है आप खा लो, लेकिन आप न खाओ तो व्यर्थ है वैसे ही ये तय तो आपको करना होगा की आपको क्या करना है, दोस्तों, सिर्फ विडियो देखने से या मोटिवेशनल चीजे पढने से कामयाबी नहीं मिलती, ये सब चीजे आपको गाइड कर सकती है लेकिन करना तो आपको ही है.
मत भूलो की आप में अपार शक्ति है, आपमें हिम्मत है, आप में सोचने और समझने की चेतना है, आप दुनिया के इकलौते वो इंसान हो जो सबसे अलग हो, क्योकि दुनिया का हर शख्स सबसे जुदा होता है अलग होता है, हाथों की उंगलियों से लेकर चेहरे तक किसी इंसान के किसी इंसान से मेल नहीं खाते, तो आपके अन्दर जो है वो तो कुछ अलग कुछ अनोखा ही होगा, तो ये मत सोचो की वो ऐसे बोलते है, वो ऐसे करते है, अरे मेरे यारों, वो उनका व्यव्हार है तुम्हारा अलग है, तुम अलग तरीके से बोलो और यही कामयाबी का रास्ता है.
आप अगर इसी बात का रोना रोओगे की मैं उसके जैसा नहीं कर पा रहा तो व्यर्थ है, क्योकि आप अलग हो, फिर तो आपको इस बात के लिए भी रोना चाहिए की आपकी फिंगर प्रिंट अलग है, आप रोते रहो की मेरी फिंगर प्रिंट उसके जैसी नहीं है, मेरे दोस्तों मेरी बात आज समझ लो की कोई चीज एक जैसी नहीं होती इसलिए अलग तरीके से अलग ढंग से बोलो, और चिंता करना छोड़ दो.
मेरी बात अगर समझ में आ गई हो तो इस विडियो को लाइक करके कमेंट कर देना क्योकि मेरा भी समझाने का तरीका दुसरो से बिलकुल अलग है, मैं बात करता हूँ मुद्दे की, धरातल की, मैं हवा में बात नहीं करता या सिर्फ मोटीवेट नहीं करता बल्कि जो सच्चाई है उससे रूबरू करवाता हूँ, मिलते है नए विडियो में धन्यवाद.