Women’s day anchoring script | महिला दिवस पर मंच संचालन

दोस्तों आज मैं आपके लिए विमेंस डे Women’s Day यानी की महिला दिवस के लिए ये एंकरिंग स्क्रिप्ट लेकर आया हूँ, जो आपको एक रुपरेखा तैयार करके देगी, इसमें आप अपने इच्छा अनुसार बदलाब कर सकते हैं, तो चलिए शुरू करते है आज की ये स्क्रिप्ट.

ओपनिंग सेरेमनी

स्टेज पर एंकर का प्रवेश, एनर्जेटिक बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ

नमस्ते, सुप्रभात, और आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

आज का यह दिन किसी उत्सव से कम नहीं, बल्कि उन अनगिनत महिलाओं के समर्पण, संघर्ष, और विजय का गवाह है, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी। आज हम सभी यहाँ एक ऐसे उत्सव को मनाने जुटे हैं, जो न सिर्फ़ महिलाओं की उपलब्धियों को समर्पित है, बल्कि यह समाज को याद दिलाता है कि ‘नारी’ बिना किसी संदेह के, सृष्टि की सबसे सशक्त रचना है। तो चलिए, आज के इस पावन अवसर को हम साथ मिलकर अमर कर दें!

तालियों की गड़गड़ाहट

स्वागत भाषण

आदरणीय अतिथिगण, मुख्य वक्ता, शिक्षकगण, और प्यारे साथियों… आज के इस ऐतिहासिक पल की शुरुआत करने से पहले, हमारी ओर से एक छोटा सा स्वागत भाषण।

महिला दिवस कोई साधारण दिन नहीं, बल्कि यह उन वीरांगनाओं का प्रतीक है, जिन्होंने असमानता के खिलाफ़ लड़ाई लड़ी, शिक्षा की मशाल जलाई, और समाज को गरिमा दी। आइए, हम सब मिलकर इन्हें नमन करें!

इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में हमारे प्रधानाचार्य जी, हमारे शिक्षकगण, और इवेंट टीम का विशेष योगदान रहा है। तो आइए, उन्हें एक तालियों की गड़गड़ाहट के साथ धन्यवाद दें!

तालियाँ

लाइटनिंग सेशन नारी शक्ति के प्रतीक

अब हम शुरुआत करते हैं अपने पहले सेगमेंट से, जिसमें हम उन महान महिलाओं को याद करेंगे, जिन्होंने इतिहास रचा।
कहते हैं न, ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता’… जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास करते हैं। पर क्या हमने वाकई इस वाक्य को जीवन में उतारा है? आइए, एक वीडियो के माध्यम से जानते हैं…”

[2-3 मिनट का शॉर्ट वीडियो: ऐतिहासिक महिलाएँ जैसे रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू, कल्पना चावला, आदि]

कैसा लगा आपको? ये वीडियो साबित करता है कि महिलाएँ किसी से कम नहीं। चाहे युद्ध का मैदान हो या अंतरिक्ष… नारी ने हर क्षेत्र में अपनी धाक जमाई है!

कल्चरल परफॉर्मेंस

अब समय आ गया है कुछ रंगीन और जोशीले पलों का! हमारी छात्राएँ आपके लिए लेकर आई हैं एक विशेष नृत्य, जो महिलाओं की बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है। तो आइए, करतल ध्वनि से स्वागत कीजिए… ‘शक्ति स्वरूपा’ डांस ग्रुप का

[छात्राओं द्वारा नृत्य प्रस्तुति]

(डांस के बाद):
वाह! क्या प्रस्तुति थी! सचमुच, नृत्य के माध्यम से उन्होंने ये दिखा दिया कि महिलाएँ कला की भी अधिष्ठात्री हैं। एक बार फिर से तालियाँ!

गेस्ट स्पीकर सेशन

आज हमारे बीच उपस्थित हैं एक ऐसी महिला, जिन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वो हैं… हमारी प्रेरणा स्रोत, श्रीमती [नाम]! मैडम, कृपया स्टेज पर आकर हमें संबोधित करें।

[मुख्य वक्ता का भाषण – 10-15 मिनट]

(भाषण के बाद):
धन्यवाद, मैडम! आपके शब्द हम सभी के दिलों में उम्मीद की एक नई लौ जगा गए। हम वादा करते हैं कि हम आपके संदेश को आगे बढ़ाएँगे

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इंटरएक्टिव सेशन

चलिए अब थोड़ा इंटरएक्टिव होते हैं! हम दर्शकों से कुछ सवाल पूछेंगे। सही जवाब देने वाले को एक छोटा सा गिफ्ट मिलेगा!

पहला सवाल: भारत की पहली महिला IPS ऑफिसर कौन थीं?
(उत्तर: किरण बेदी)

दूसरा सवाल: किस महिला ने ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान चलाया?
(उत्तर: सुष्मिता सेन)”

[5-7 प्रश्नों का सेट]

स्किट: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ

समाज में आज भी कई बेटियों को शिक्षा और सम्मान के लिए लड़ना पड़ता है। हमारे ड्रामा क्लब ने इस विषय पर एक मार्मिक नाटक तैयार किया है। आइए, देखते हैं… एक कदम समानता की ओर!

[10-15 मिनट की स्किट]

इस नाटक ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया। ये हमें याद दिलाता है कि अभी भी बहुत कुछ बदलना बाकी है। लेकिन जैसा कि माया एंजेलू ने कहा था, हर महिला में एक महिला होती है – उसकी अपनी ताकत, सपने, और संघर्ष।

सम्मान

आज हम उन महिलाओं को सम्मानित करना चाहते हैं, जिन्होंने समाज में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

पहला सम्मान… [नाम] को, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई।
दूसरा सम्मान… [नाम] को, जो महिला सुरक्षा के लिए लड़ रही हैं।”

तालियाँ + प्रमाण पत्र वितरण

कविता पाठ

कविता वो माध्यम है जो दिल की गहराइयों तक उतर जाती है। हमारी छात्रा [नाम] आपके सामने प्रस्तुत करेंगी एक मार्मिक कविता… ‘मैं नारी हूँ, मैं अधूरी नहीं!’

कविता प्रस्तुति

आभार

आज के इस अद्भुत कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हम सभी का आभार व्यक्त करते हैं। विशेष रूप से हमारे प्रायोजक, टीम के सदस्य, और आप सभी श्रोताओं का, जिनकी मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया

हमें विश्वास है कि आज का दिन हम सभी के लिए प्रेरणा बनेगा। आइए, एक बार फिर से अपनी नारी शक्ति को सलाम करें! जय हिन्द, जय नारी!

Hi, I'm Hitesh Choudhary (Lyricist), founder of Speech Bhashan. A blog that provides authentic information, tips & education regarding manch sanchalan, anchoring, speech & public speaking.

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